पूर्ण-शरीर उपचार आमतौर पर सप्ताह में 2 से 3 सत्रों में होता है, जिसमें चिकित्सीय सीमा 10 से 30 मिनट तक होती है। छोटे सत्रों से शुरू करना अत्यधिक अनुशंसित है, ताकि शरीर को अनुकूलित होने का समय मिल सके और संभावित तनाव को कम किया जा सके। जब इसका लगातार उपयोग किया जाता है, तो यह उपयोगकर्ता की समग्र भलाई और स्वास्थ्य में अत्यधिक सुधार कर सकता है।